नर्मदा जयंती के पावन दिन नर्मदा नदी के सभी तटों को सजाया गया है। नदी के तटों पर हवन किया । इस दिन मां नर्मदा के पूजन के बाद भंडारा का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही सुबह से शाम तक नदी के किनारे कई सारे धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। संध्या में मां नर्मदा की महाआरती की जाती है। माना जाता है जो भक्त इस दिन मां नर्मदा का पूजन करते हैं उनके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और रोगों से मुक्ति मिलती है।
विशेष सहयोगी
श्री वीरेंद्र साहू जी
गाड़ासरई
0 Comments